Expert जैसा AI, पर इंसानों से आगे निकलने में अब भी नाकाम

OpenAI का नया मॉडल ChatGPT-5 लॉन्च होते ही चर्चा में आ गया है। दावा किया जा रहा है कि यह एक विशेषज्ञ स्तर का AI है, जो जटिल सवालों का सटीक हल दे सकता है। लेकिन लॉन्च के तुरंत बाद हुई एक साधारण गणित गलती ने दिखा दिया कि यह अभी भी इंसानों से आगे नहीं निकल पाया है। आइए जानते हैं GPT-5 के फीचर्स और इसकी सीमाएं।

Expert-like AI—the power of GPT-5

  • GPT-5 को GPT-4 की तुलना में ज़्यादा तेज़, स्मार्ट और कम गलतियां करने वाला बनाया गया है।
  • यह थिंकिंग मोड के साथ आता है, जो कठिन सवालों पर गहराई से सोचकर जवाब देता है।
  • कोडिंग, डेटा एनालिसिस और तर्कशक्ति में यह पिछले सभी वर्ज़न से बेहतर है।

Mathematical error—the weakness of AI

5.9 = x + 5.11
सही उत्तर: x = 0.79
GPT-5 का उत्तर: x = −0.21

दशमलव के स्थानों को घटाने में हुई यह छोटी सी गलती साबित करती है कि एआई अभी भी इंसानों की तरह सोचने-समझने में सक्षम होने से कोसों दूर है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा “तर्कहीनता” के कारण हुआ।

Key features of GPT-5

  • बेहतर तर्कशक्ति—कठिन समस्याओं का सटीक हल।
  • कम गलतियां—तथ्यात्मक त्रुटियों में कमी।
  • मल्टीटास्किंग—कोडिंग से लेकर रचनात्मक लेखन तक।
  • तीन वेरिएंट—मिनी, रेगुलर और प्रो ($200 प्रति माह)।

Limitations of GPT-5

  • गणित और लॉजिक में अभी भी छोटी गलतियां संभव।
  • जटिल सवालों में समय ज़्यादा लग सकता है।
  • इंसानों जैसी भावनात्मक समझ और रचनात्मक सोच की कमी।

Conclusion

ChatGPT-5 AI टेक्नोलॉजी में एक बड़ा कदम है—बेहतर तर्क, कम गलतियां और तेज़ प्रदर्शन। लेकिन एक साधारण गलती ने साबित कर दिया कि AI को इंसानी दिमाग की गहराई और रचनात्मकता तक पहुंचने में अभी समय लगेगा।

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